तेलंगाना । तेलंगाना विधानसभा को भंग कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुलाई थी, जिसमें राज्य विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की गई. बैठक के बाद मुख्यमंत्री केसीआर ने राज्यपाल इएसएल नरसिम्हन से मुलाकात कर विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव सौंपा जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया. वहीं राज्यपाल से मुलाकात के बाद केसीआर ने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए 105 उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी।
राज्यपाल ने नई सरकार का गठन होने तक चंद्रशेखर राव से कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में पद पर बने रहने का आग्रह किया है.दरअसल मुख्यमंत्री केसीआर अपने लिए छह अंक को लकी मानते हैं, यही वजह है कि उन्होंने छह सितंबर की तिथि को ही विधानसभा भंग करने के लिए चुना.
बताया जा रहा कि टीआरएस की प्रस्तावित जनसभा के लिए सभी इंतजाम कर लिए गए हैं और उम्मीद है कि इस जनसभा में 25 लाख लोग हिस्सा लेंगे. जनसभा के लिए पार्टी ने दो हजार एकड़ की जमीन की भी पहचान कर ली है, जो रंगा रेड्डी जिले में होगा. बता दें कि करीब 15 दिनों से विधानसभा भंग करने और जल्दी चुनाव कराए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं. तेलंगाना विधानसभा का चुनाव अगले साल लोकसभा चुनाव के साथ निर्धारित है, लेकिन सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) दोनों चुनाव अलग-अलग कराए जाने में राजनीतिक लाभ देख रही है. पार्टी को मई 2014 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में राज्य में जीत मिली थी. उसने 119 सदस्यीय विधानसभा में 63 सीटों पर जीत हासिल की थी.