नई दिल्ली | पंजाब नेशनल बैंक में हुए घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है | इंटरपोल कुल मिलाकर 7 तरह के नोटिस जारी कर सकता है | इनमें से छह नोटिस के नाम कलर के नाम पर रखे गए हैं | रेड कॉर्नर नोटिस भी इन्हीं में से एक है | रेड कॉर्नर नोटिस किसी सदस्य देश के कहने पर जारी किया जाता है | इसका मकसद सभी सदस्य देशों को यह सूचना देना होता है कि किसी खास शख्स के खिलाफ उसके देश में अरेस्ट वॉरंट जारी हो चुका है | रेड कॉर्नर नोटिस इंटरनेशनल अरेस्ट वॉरंट नहीं होता क्योंकि अरेस्ट वॉरंट जारी करने का हक संबंधित देश को है, लेकिन मोटे तौर पर इसे इंटरनेशनल अरेस्ट वॉरंट की तरह ही लिया जाता है | इंटरपोल ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने के लिए न तो अपने अधिकारियों को भेजता है और न ही अपने सदस्य देशों में से किसी से यह डिमांड करता है कि उस शख्स को गिरफ्तार किया जाए |
इंटरपोल के अंतर्गत कुल 192 देश आते हैं | अगर एक बार नीरव मोदी को गिरफ्तार कर लिया जाता है, तो उसे भारत लाने में आसानी होगी | हालांकि, ये इस पर निर्भर होगा कि नीरव मोदी किस देश में है और उस देश के भारत के साथ किस प्रकार के संबंध हैं | इस रेड कॉर्नर नोटिस में सिर्फ नीरव मोदी ही नहीं बल्कि उसके भाई निशाल और सुभाष प्ररब के खिलाफ भी जारी हुआ है | ये दोनों भी नीरव मोदी की कंपनी में एक्सक्यूटिव थे | आपको बता दें कि नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,000 करोड़ रुपए का घपला करने का आरोप है | नीरव ने फर्जी एलओयू जारी कर बैंक से लोन लिए और अब फरार हो गया |