नई दिल्ली। ईपीएफओ के खाताधारकों के लिए गुड़ न्यूज है। उनके पीएफ पेंशनर्स की राशि बढ़ सकती है। अब उन्हें 2000 रुपये की मिनिमम पेंशन राशि मिलेगी। बता दें कि पहले यह पेंशन राशि 1000 रुपये थी। ईपीएफओ और लेबर मिनिस्ट्री ने यह प्रस्ताव तैयार कर दिया है।26 जून को होने वाली सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (सीबीटी) की मीटिंग में इस प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। इस बारे में मिनिस्ट्री और ईपीएफओ में सहमति बन गई है। हालांकि पेंशन 2000 रुपये करने से सरकार पर 3000 करोड़ रुपये का सालाना बोझ पड़ेगा। ईपीएफओ के पास इतना सरप्लस मनी है कि इस बोझ को आसानी से उठाया जा सकता है। फिलहाल ईपीएफओ के मेंबर्स को न्यूनतम 1000 रुपये और अधिकतम 7500 रुपये तक पेंशन मिलता है।
ईपीएफओ ने साल 2017-18 के लिए 5 करोड़ पीएफ खाताधारकों के प्रॉविडेंट फंड की ब्याज दर में कटौती कर दी है। साल 2017-18 के लिए पीएफ की ब्याज दर 8.65फीसदी से घटकर 8.55 फीसदी कर दी गई है। इस कटौती के बाद पीएफ की ब्याज दर 5 साल के सबसे निचले स्तर पर चली गई है। बता दें कि रिटायरमेंट फंड बॉडी ईपीएफओ के पास फंड की कमी नहीं है। ईपीएफओ को एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) से मई तक 16.07 फीसदी का रिटर्न मिला है। ईपीएफओ ने इन फंड्स में 47,431 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वैसे ईपीएफओ ने स्टॉक मार्केट में अगस्त 2015 से निवेश करना शुरू किया था।
ईपीएफओ ने साल 2017-18 के लिए 5 करोड़ पीएफ खाताधारकों के प्रॉविडेंट फंड की ब्याज दर में कटौती कर दी है। साल 2017-18 के लिए पीएफ की ब्याज दर 8.65फीसदी से घटकर 8.55 फीसदी कर दी गई है। इस कटौती के बाद पीएफ की ब्याज दर 5 साल के सबसे निचले स्तर पर चली गई है। बता दें कि रिटायरमेंट फंड बॉडी ईपीएफओ के पास फंड की कमी नहीं है। ईपीएफओ को एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) से मई तक 16.07 फीसदी का रिटर्न मिला है। ईपीएफओ ने इन फंड्स में 47,431 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वैसे ईपीएफओ ने स्टॉक मार्केट में अगस्त 2015 से निवेश करना शुरू किया था।