रायपुर । इंजीनियरिंग के तीन छात्रों पर अय्यासी का नशा ऐसी छाया कि वो गांजा तस्कर बन गए । इंजीनियरिंग के स्टूडेंट ने गांजे की तस्करी के लिए जो तरीका आजमाया था, वो दरअसल था तो हाईटेक, लेकिन उतना भी हाईटेक नहीं था, जो पुलिस को चकमा दे सके। सो, पुलिस ने तीनों छात्रों को गांजा तस्करी करते रंगे हाथों धर दबोचा। चौकाने की बात ये है कि तीन छात्रों में दो रिश्ते में भाई हैं।
राहुल पांडेय, रवि पांडेय और आकाश साहू तीनों इंजीनियरिंग स्टूडेंट हैं और बिलासपुर के एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कालेज में पढ़ते हैं। रवि और राहुल दोनों रिश्ते में भाई हैं और लखनऊ के रहने वाले हैं, जबकि आकाश छत्तीसगढ़ का ही रहने वाला है। बड़ा भाई राहुल गांजे का सेंपल लेने जगदलपुर जाता था और इस सेंपल को लखनऊ, बिहार, उड़ीसा के तस्करों को गांजे का सैंपल व्हाट्सएप के जरिये भेजा करता था। माल पसंद आने पर उसकी सप्लाई का प्लान तैयार किया जाता था। तीनों लड़के बैग में जगदलपुर से गांजा खरीद कर लाते थे और फिर ग्राहकों को सप्लाई करते थे।
देवेंद्र नगर थाने को इस बात की सूचना मिली थी कि कुछ छात्र गांजा तस्करी कर रहे हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने पूरा जाल बिछाया। सूचना के मुताबिक पुलिस होरा ट्रेवल्स के सामने खड़े तीन युवकों को पकड़ा और उसकी तलाशी ली तो पता चला उसमें मादक पदार्थ गांजा है। पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को गिरफतार किया। पुलिस ने तीनों व्यक्तियों के पास से बडे़-बड़े बैग जब्त किये गये। पुलिस के सामने तीनों ने तस्करी की बात कबूल की है। पकडे़ गये आरोपियों में आकाश साहू एमएससी कर रहा है तो वहीं रवि पाण्डेय बीई और राहुल पाण्डेय पढ़ाई कर चुका है और रोजगार की तलाश कर रहा है। आरोपी रवि और राहुल दोनों भाई है। ये सभी आरोपी बिलासपुर के एक कालेज में पढ़ाई करते है।