
बिलासपुर।बिलासपुर शहर में कोई भी गरीब बिना आवास के नहीं रहेगा। जिसकी जहां झोपड़ी है उसे वहीं पक्का मकान बनाकर देंगे। बिलासपुर शहर में 2022 तक 25 हजार मकान बनाकर दिये जाएंगे। नूतन कॉलोनी में भी पक्के मकान बनकर तैयार हो गये हैं। वहां उन्हीं लोगों को घर दिया जा रहा जिन्हें वहां से विस्थापित किया था। उक्त बातें नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने आज महिला स्व सहायता समूह के उन्मुखीकरण कार्यक्रम में कहीं।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन कार्यक्रम के तहत आज यहां तारबाहर स्थित घोड़ादाना स्कूल और इमलीभाठा स्थित शासकीय विद्यालय में शहर के विभिन्न वार्डों की लगभग 5 सौ से अधिक स्व सहायता समूह की 10 हजार से अधिक महिलाएं शामिल हुईं।
कार्यक्रम में श्री अग्रवाल ने कहा कि स्व सहायता समूह की हजारों महिलाओं की संख्या देखकर लगता है कि आपने सशक्त होने का प्रण ले लिया है। महिला सशक्तिकरण से ही गरीबी दूर होगी।
जब एक परिवार के कई सदस्य रोजगार से जुड़ जाते हैं तब परिवार में आर्थिक समृद्धि आने लगती है। स्व सहायता समूह की महिलाओं को स्व रोजगार से जोड़ने के लिये आवर्ती निधि उपलब्ध कराना, प्रशिक्षण दिलाना इस मिशन का मुख्य उद्देश्य है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के माध्यम से निजी क्षेत्र में भी महिलाओं को रोजगार मिल रहा है।
संगवारी योजना से राज्य की सैंकड़ों महिलाएं बड़े-बड़े होटलों में रोजगार पा रही हैं और 10 हजार रूपये महीने तक आय अर्जित कर रही हैं। संगवारी योजना के तहत महिलाओं को खाना बनाना, घरेलू कामकाज आदि का बेहतर तरीके से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पिंक ऑटो की महिला चालकों का जीवन में बड़ा बदलाव आया है। अब महिलाएं पिंक ऑटो में रात में भी बैठने में संकोच नहीं करती हैं। महिला चालक 15 से 20 हजार रूपये महीने आय अर्जित कर रही हैं। पिंक ऑटो चालक महिलाओं ने बताया कि अब वे पूरी तरह आत्मनिर्भर हो चुकी हैं और बच्चों का बेहतर भविष्य बना रही हैं।