रायपुर।गरिमामय अंदाज में आज दृढ़ निश्चय एवं प्रयासों के फलस्वरूप शोध समिति ” छत्तीसगढ़ इनीसीअटेड पीस स्टडीज एवं रीसर्च फाउंडेशन का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम की शुरुवात वंदे मातरम से हुई । संस्था की निर्देशक डॉ वर्णिका शर्मा ने बताया कि इसमें पूर्णरूपेण त्रिस्तरीय शोधकार्य किया जाएगा जिसमे संघर्षग्रस्त क्षेत्रों की समस्याओं को आंकडो के एकत्रीकरण एवं विश्लेषण के माध्यम से चिन्हित कर वैज्ञानिक एवं तार्किक समाधान की ओर संचर न होगा। इसके अलावा शोध जर्नल का भी प्रकाशन होगा जिससे सर्वसुलभ वास्तविक आंकड़े प्राप्त किये जा सके एवं संबंधित विभागों को जानकारी दी जासके। संस्था में सतत मार्गदर्शन कर रहे श्री अजित पटेल जी ने कहा की राष्ट्रीय हित की दिशा में यह युवाओं द्वारा उत्तम प्रयास होगा। कर्नल सुनील मिश्रा जी ने कहा कि वास्तव में इस प्रकार का गहन व परिपक्व शोध नक्सल संघर्ष के लिए अचूक साबित होगा। सदस्य अल्पसंख्यक आयोग तवकीर रजा जी ने इस प्रकार के प्रयासों को प्रेरणास्पद बताया। संस्था की फाउंडर किरण पटेल जी एवं दीपिका शर्मा ने शोध संग्रह हेतु शीघ्र ही लाइब्रेरी के निर्माण की बात कही। रिसर्च स्कॉलर तोरन ने इसे समसामयिक एवं छात्रों के दृश्टिकोण से रिसर्च हेतु परम आवश्यक बताया। सीपज ने कहा कि वडोदरा जैसे क्षेत्रों में जब स्पेसिफिक इंस्टिट्यूट का संचालन हो सकता है तो माओवाद का दंश झेल रहे छत्तीसगढ़ में तो यह बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में अनिल डागा जी,पी के सोनवानी जी, संजीव पोद्दार जी , अनिता खंडेलवाल जी,दिलशाद जी,अजय शर्मा जी,अमृता जी,रमन पंड्या जी,शिरीन जी श्री बी.एन. शर्मा जी आदि उपस्थित रहे। छात्र कान्हा सिंह,इंदिरा तिवारी,संदीप ,प्रशांत,इशिता,विनय,वर्षा, योगेंद्र,जयंत ,शिवमआदि उपस्थित रहै।